रियल एस्टेट ग्रुप सुपरटेक और उनके डायरेक्टर्स के खिलाफ़ ED यानी Enforcement Directorate ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई करते हुए 40 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है। इस मामले में PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत कार्रवाई की गई है। ED के मुताबिक उत्तराखंड के रुद्रपुर में स्थित 25 अचल संपत्तियों और उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में ‘मेरठ मॉल’ को कुर्क करने के लिए मंगलवार को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत एक अनंतिम आदेश जारी किया गया था। .इन कुर्क की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 40.39 करोड़ रुपये है।
कंपनी ने आम जनता को “धोखाधड़ी” की?
ईडी ने आरोप लगाया कि जांच में पाया गया कि सुपरटेक लिमिटेड और समूह की कंपनियों ने होमबॉयर्स से धन एकत्र किया और परियोजनाओं/फ्लैटों के निर्माण के उद्देश्य से बैंकों/वित्तीय संस्थानों से परियोजना-विशिष्ट सावधि ऋण भी लिया। हालांकि, इन फंडों को समूह की अन्य कंपनियों के नाम पर जमीन की खरीद के लिए “गलत तरीके से और डायवर्ट” किया गया था, जिन्हें फिर से बैंकों और वित्तीय संस्थानों से धन उधार लेने के लिए गिरवी रखा गया था।