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Uttarakhand के टिहरी पहुंचे CM Dhami..पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा

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Uttarakhand: टिहरी के आपदा प्रभावित परिवारों से मिले CM Dhami

Uttarakhand News: उत्तराखंड के टिहरी जिले में तेज बारिश और बादल फटने से लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। टिहरी (Tehri) के लोगों के लोगों का हाल जानने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने जनपद टिहरी के घुत्तू-पंजा-देवलिंग टिहरी पहुंचे। सीएम धामी (CM Dhami) ने यहां आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने मलेथी (Malethi) में आपदा प्रभावित परिवार दुर्गा देवी पत्नी विशाल मणि से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
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सीएम धामी (CM Dhami) ने इस दौरान कहा कि घुत्तू में अतिवृष्टि और बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। कई मकान और मवेशी आपदा की चपेट में आए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को आपदा प्रभावितों को तुरंत सहायता देने, आपदा संभावित क्षेत्रों में आपदा क्षति का आंकलन करने और आपदा से क्षतिग्रस्त पुनर्निर्माण के कार्यों को तुरंत करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। आपदा से हुए नुकसान की भरपाई बहुत जल्द करने के प्रयास किए जाएंगे। ग्रामीणों की शिकायत पर घुत्तू हाइड्रो पॉवर से मकानों को हो रहे नुकसान को लेकर सीएम ने जिलाधिकारी को पुनः परीक्षण करवाने के निर्देश दिए।

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21 अगस्त को हुई थी अतिवृष्टि

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जानकारी दी कि बीते 21 अगस्त की रात को हुई अतिवृष्टि से तहसील घनसाली क्षेत्रांतर्गत घुत्तू क्षेत्र में 29 भवनों को क्षति पहुंची है, जिसमें 6 भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और 23 भवन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। अभी तक करीब 9 क्षतिग्रस्त मकानों का 10 लाख से अधिक की धनराशि दी जा चुकी है। आंशिक क्षति भवनों के लगभग 20 परिवारों के लोगों को सुरक्षा के दृष्टिगत आपदा राहत शिविरों में रखा गया है, जिनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं भी हुई हैं। उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य होने पर यदि कुछ गांवों के विस्थापन की आवश्यकता होगी तो नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी या जो किराए के घरों में जाना चाहेगा नियमानुसार किराया दिया जाएगा।

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गांवों से संपर्क मार्ग भी कट गया

डीएम मयूर दीक्षि ने कहा कि आपदा से 17 पशु हानि हुई है, जिसमें नियमनुसार आवश्यक कार्यवाही हो रही है। करीब 24 पेयजल लाइनों को क्षति पहुंची है। इसके साथ ही विद्युत लाइनों, सड़क, पुलिया आदि अन्य परिसंपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है। अभी तक 450 परिवारों की कृषि क्षति का आंकलन हो गया है। 3-4 गांव का सड़क मार्ग से संपर्क कट चुका है, जिनके सुचारु करने की कार्यवाही गतिमान है।

इन गांवों में हुआ भारी नुकसान

जिलाधिकारी के मुताबिक आपदा से मलेथी, चंदला, गंगेरी, गवाणा मल्ला, गवाणा तल्ला, कैलबागी, देवलंग, जोगियाणा, मलेथा, रानीढांग, पंजा, चक्रगांव, मेंडू सिंधवाल, लोम, समणगांव, मिसवाली, सांकरी, भाट्गांव, रैतगांव, भेलुन्ता, अंकवाण गांव आदि कई गांवों में काफी नुकसान हुआ है।